दिल जला के उसको याद किया दिल जला के उसको याद किया
रखे थे ज़हन में हमेशा मुझे तुम मगर अब भूला के कहो क्या मिला है। रखे थे ज़हन में हमेशा मुझे तुम मगर अब भूला के कहो क्या मिला है।
मैं आज फिर कहीं खो गया, उसको फिर लिखते लिखते मेरा सब्र भी कहीं खो गया ये सब्र मैं आज फिर कहीं खो गया, उसको फिर लिखते लिखते मेरा सब्र भी कहीं खो ...
गलती तो तेरी थी, ये तुझे भी पता है, मगर दिल ने तुझे माफ़ किया. गलती तो तेरी थी, ये तुझे भी पता है, मगर दिल ने तुझे माफ़ किया.
जीवन की द्रुत मंझधार में, हिलोरें लेते उफनते ज्वार में, जीवन की द्रुत मंझधार में, हिलोरें लेते उफनते ज्वार में,
मैंने उसको गोली जैसा चलते देखा। मैंने उसको गोली जैसा चलते देखा।